श्री बोरड़ा गणेश जी
बोरड़ा गणेश जी बन रहा आकर्षण का केन्द्र, बनास नदी व प्राकृतिक छटा से आकर्षित होते पर्यटक
बनास नदी किनारे स्थित बोरड़ा गांव स्थित सालों पुराने भगवान गणेश का मन्दिर क्षेत्र की आस्था का प्रमुख केंद्र है। जहां हर वर्ष गणेश चतुर्थी पर मेले का आयोजन होता है।
देवली के बोरड़ा गणेश स्थित बनास नदी का नजारा।
ऐसे है अलग पहचान
बोरड़ा गणेश मन्दिर की प्राकृतिक छटां इसे अन्य धाॢमक स्थलों के अलग पहचान दिलाती है। बनास नदी किनारे होने से यह बहुत रमणीय व प्राकृतिक स्थल है। इसी वजह से क्षेत्र के दर्जनों लोग सुबह-शाम भ्रमण के लिहाज से यहां आते है।
देवली में गणेश चतुर्थी:बोयडा गणेश मंदिर में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़, इस अवसर पर मेले का भी आयोजन
वहीं मन्दिर परिसर में मंगलवार की रात्रि को भजन संध्या का आयोजन हुआ, जिसमें स्थानीय कलाकारों ने भजनों की प्रस्तुतियां दी। कोरोना काल के बाद इस बार बोयडा गणेश जी का मेला आयोजित किया गया। ये मेला प्रति वर्ष गणेश चतुर्थी के मौके पर आयोजित होता है। गत दो वर्षों से कोरोना काल को छोड़कर ये मेला हर वर्ष आयोजित हुआ है।
ट्रस्ट अध्यक्ष गिरिराज जोशी ने बताया कि मंगलवार की रात को मंदिर परिसर में राजस्थान के लोक कलाकारों की ओर से भजन संध्या आयोजित हुई। वहीं गणेश चतुर्थी पर बुधवार सुबह से ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट दर्शनों के लिये खोले गए। इस बार बीसलपुर डैम के पूर्ण जलभराव के कारण मंदिर परिसर तीन और से पानी से घिरा हैं। लिहाजा यातायात की व्यवस्थाओं का समूचा जिम्मा पुलिस प्रशासन ने संभाल रखा है।
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